शनिवार, 31 दिसंबर 2011

मेरा भारत महान देश का हो बंटाधार .

मेरा भारत महान देश का हो बंटाधार .
नया साल आ गया .बधाईया देने का एक और बहाना मिल गया. अमीरों को खर्चा करने का मौका मिल गया .
गरीबो, फटेहालो को मौका मिला कुछ पाने का. क्या फायदा  है इस नवे साल की खुशी मन्नाने से ? गरीब ओंर गरीब हो गया .राजीतिक जन जनता के शोंषण के आलावा कुछ करते नहीं .अफसर बिना लिए करते नहीं .अन्ना को उलझा के रखने से बाज आते नहीं उनंके लोग ,सरकार के लोग .कैसे चलेगा मेरा भारत महान
सुरेन्द्र हंसपाल रायपुर 

शुक्रवार, 30 दिसंबर 2011

सभी दोस्तों को नव वर्ष 2012 की अशेष शुभकामनाये .

अपने शहर को कौन सुंदर नहीं देखना चाहता होगा .सुंदर  चोडी  सड़के ,अच्छे बगीचे ,साफ़ सफाई ,अच्छे भवन . ये सब किसके लिए ? रहने वालो के लिए .पर रायपुर नगर निगम देश का अकेला संस्थान है जिसे इस बात से कुछ लेना देना नहीं . उसे तो बस बिना योजना के तोड़फोड़ मचा के नागरिको को बेघर करना आम नागरिको के मुह से निवाला छिनना है .इसमे किसी राजनितिक दल की कोई जिमेदारी नहीं बंनती है ? कुछ समय पूर्व रायपुर के स्टेशन रोड से 63 दुकानदारो को (15 -2 -2009 )को बेधाखाल कर के तर्क दिया की स्टेशन को सुंदर बंनाना है सड़क चौड़ी करनी है .पर 3 साल हो रहे है अब तक इन बेचारे दुकानदारो का व्यवस्थापन नहीं करा सका नगर निगम इस बीच 4 
IAS  ऑफिसर
बदल गए .तब बीजेपी के महापोर सुनील सोनी थे .फिर कांग्रेस नगर निगम में आयी महापोर किरण जी आयी तब तेलीबांधा तालाब सौन्द्रियकरण के नाम पर 700 घरो को उजाड़ दिया .अब बारी डगनिया के निवासिओ की थी .सुबह 5 बजे निगम के राक्षसों ने सोते लोगो के घरो को उजाड़ दिया .लोग बेगार बार है ,रोजी छीन गयी ,बच्चो के मुह से दूध देखते देखते छीन लिया .
ये कैसा शासन जो अपने ही नागरिको के लिए अंग्रेजो से जायदा भस्मासुर बन गया है . लगता है एक क्रांति की फिर जरुरत है .   

गुरुवार, 29 दिसंबर 2011

आप मेलबोर्न में भारती क्रिकेट टीम के मैच को देखने गयी .बहुत बढ़िया .पर भारत हारा खेल में हार जीत चलते रहती है ख़ुशी है मेलबोर्न स्टेडियम में रायपुर मैच देख रहा था . इन अडवांस Happy New Year .आ अब लौट चले  की तर्ज़ पर जल्दी आ जाये रायपुर में आप के बिना सुनापन लग रहा है  

बुधवार, 28 दिसंबर 2011

मंगलवार, 20 दिसंबर 2011

अविश्वास खडा कब् था. जो गिरता

अविश्वास प्रस्ताव गिरा ? छतीसगढ़ विधानसभा मे कल 20 -12 -2011 को कांग्रेस को मुह की खानी पदी . जानकार कहते की अविश्वास खडा कब् था. जो गिरता .काग्रेसियो को केवल मीडिया का exploser चाहीये. जनता से लेना देना नही .  पर
bjp  के रणनीतिकारो की विजय है . विपक्ष अपनी भूमिका मे असफल रहा.
सुरेन्द्र

शुक्रवार, 16 दिसंबर 2011

छतीसगढ़ विधानसभा मे कल 
16 -12 2011 को जो बहस देखने और् सुनने को मिली. वो शर्मनाक है .कोइ मूल्य नही रह गए इस मंच पर . शर्म शर्म शर्म   

शनिवार, 10 दिसंबर 2011

सम्भाल के डाक्टर

पिछ्ले आठ सालो से बिना किसी हल्ले गुल्ले के साथ् राज कर रहे डाक्टर रमण जी के लिए खतरे कि घन्टी कांग्रेससीओ ने नही बल्कि बी जे पी के उनके विश्स्वस्थ लोगो ने ही बजा दी है . जै हो राजनीति कि ..........
कल कुरुद कि घटना ईसी ओर इशारा कर रही है .
सुरेन्द्र हँसपाल  

गुरुवार, 8 दिसंबर 2011

मगर हम तो चुप रहेंगे

रायपुर के अखबार पत्रिका मे मुख्यमन्त्री रमण सिंह के सम्बन्ध मे छापी खबर से मौका परास्त बी जे पी के कार्यकर्ताओ ने पत्रिका के खिलाफ मोर्चा खोला .सावधान ये भारत के सबसे सुशाशन वाला राज्य  है. मगर हम तो चुप रहेंगे . 

इंदोर मे सहवाग का विस्फोट

इंदोर मे सहवाग का विस्फोट आज पुरी दुनिया का शिर्षक है . पर मेरा मान्नना है वीरु कभी भी स्थाईत्त्व देने मे सफल नही रहे है .देखना
अगले  5 मेचो मे 0 /सन्नाटा.
good luck veeru
सुरेन्द्र हँसपाल

बुधवार, 7 दिसंबर 2011

धन्यवाद ममता दीदी

सरकार को अनन्तता जुकना पडा एफ डी आई को लेकर . धन्यवाद ममता दीदी का जिन्होने सामान्य भारतीयो कि प्रतिष्ठा राख ली . केयो केन्द्री सरकार उत्पतंग कर रही है .पिछ्ले कुच समय से भारतीय राजनिती जनता से दूर होती जा रही है